बक्सर खबर : समय तेजी बदल रहा है। जो काबिल हैं, वे पिछड़ रहे हैं। पीछे वाले आगे निकल रहे हैं। ऐसा ही हुआ मंगलवार को नगर परिषद की नीलामी में। राचस्व उगाही के लिए सात सैरातों की बंदोबश्ती हुई। नगर परिषद का सबसे कमाउ जय प्रकाश बस पड़ाव इस मामले में पिछड़ गया। उसकी नीलामी महज 5 लाख 4 हजार में हुई। उसकी जगह शहर में टैम्पों स्टैंड की नीलामी 10 लाख में हुई। इसके अलावा बस पड़ाव पर कौड़ी वसूली 24 हजार में, विज्ञापन व होर्डिंग लगाने का टेंडर 75 हजार में। श्मशान घाट 1 लाख 80 हजार, नया बाजार सब्जी मंडी 1 लाख 70 हजार व मछली बाजार 42 हजार में निलाम हुआ। इसकी एक वजह यह भी है कि बसों की संख्या कम होती जा रही है। आटो की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है।
शहर में कहीं नहीं है व्यवस्थित टैम्पों स्टैंड
बक्सर : यह आप व्यवस्था का मजाक भी कह सकते हैं। शहर में कहीं भी व्यवस्थित टैम्पों स्टैंड नहीं है। बात पुलिस चौकी की करें या सिंडिकेट नहर मोड़ व ठठेरी बाजार मोड की। इन जगहों पर टैम्पों वालों को कहीं भी अधिकृत रुप से जगह उपलब्ध नहीं है। अर्थात व्यवस्था के नाम पर नगर परिषद जीरो है। वह तो भला हो बेरोजगारी का। जिसने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस स्वरुप को बड़ा प्लेटफार्म उपलब्ध करा रखा है।