बक्सर खबर : जदयू के डुमरांव विधायक ददन पहलवान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ वे स्वयं रामजी यादव के मुकदमें में पेश होने की तैयारी में लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पत्नी उषा यादव को भी न्यायालय ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। हालिया वारंट करिना फिनकैप लिमिटेड की शिकायत पर जारी हुआ है। जिसमें कहा गया है कि 12 अप्रैल 14 को लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए उन्होंने कंपनी से 31.5 लाख रुपये बतौर कर्ज लिए। इस राशि को चार माह के अंदर अदा करना था। बावजूद इसके अभी उनके द्वारा रुपये वापस नहीं किए गए। उषा देवी के खिलाफ 27 जुलाई 2015 को दिल्ली के द्वारका कोर्ट में उषा देवी व उनके पुत्र करता तथा बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। क्योंकि उनकी पुत्र वे बेटी को इस लोन की अदायगी में गारंटर बनाया गया था। कोर्ट के समक्ष वादी ने कहा है। कुल 11.5 लाख रुपये की राशि वापस की गयी। शेष राशि अभी तक अप्राप्त है। विभिन्न मीडिया हाउस को दिए गए बयान में डुमरांव विधायक ने कहा है। हमें इस मामले की जानकारी नहीं है। हालाकि डुमरांव विधायक का यह कोई नया मामला नहीं है। पिछले वर्ष उनकी पत्नी के नाम पर लोन लेने का एक मामला जिला लोक अदालत में भी लाया गया था। जिसमें बैंक ने उषा देवी के नाम पत्र भेजकर आग्रह किया था। आप न्यायालय आए और इस मुकदमें को निपटा लिया जाए। वहीं दूसरी तरफ इन दिनों सिविल कोर्ट बक्सर में भी ददन यादव के विरुद्ध मुकदमा चल रहा है। जिसकी तारीख आज अर्थात 15 दिसम्बर को है। जिसमें उनकी पेसी कोर्ट में होनी है। यह मुकदमा उनके खिलाफ डुमरांव के तत्कालीन राजद नेता रामजी यादव ने दायर किया था।
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