बक्सर खबर : संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष डा. सच्चिदानंद सिन्हा का जयंती समारोह उनके पैतृक गांव मुरार में भव्य रुप से मनाया गया। यहां पहुंचे राज्यपाल रामनाथ कोबिद ने कहा आप सभी सच्चे अर्थो में डा. सिन्हा को याद करना चाहते हैं तो प्रत्येक बच्चे को स्कूल भेजिए। वे इसके हिमायती थे। उनके द्वारा स्थापित सिन्हा लाइब्रेरी राज्य की धरोहर है। वे बिहार के जनक थे। उन्होंने ने ही बिहार को बंगाल से अलग कर राज्य बनाने का आंदोलन शुरु किया था। बक्सर को वीरों की धरती कहते हुए उन्होंने कहा कि यहां अनेक महापुरुष पैदा हुए हैं। उत्साद विस्मिल्ला खां, सरदार हरिहर सिंह, डा. सच्चिदानंद सिन्हा इनकी जयंती जरुर मनायी जानी चाहिए। मुझे भी बुलाया जाए। मैं जरुर आउंगा।
राज्यपाल का हेलीकाप्टर पूर्वाह्न ग्यारह बजे चौगाई हाई स्कूल मैदान में उतरा। वहां से सड़क मार्ग द्वारा वे कार्यक्रम स्थल मुरार हाई स्कूल पहुंचे। जहां डुमरांव राज परिवार के युवराज चन्द्र विजय सिंह व युवा समाजसेवी विजय मिश्रा व रेडक्रास सोसाइटी बक्सर के सचिव श्रवण तिवारी आदि ने प्रतीक चिह्न सौंप कर उनका अभिनंदन किया। आयोजन में शामिल होने के लिए विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप सभापति अमरेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद अश्विनी चौबे, केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश उदय प्रताप सिंह, रविनंदन सहाय कार्यकारी अध्यक्ष कायस्थ महासभा, अमृत श्रीवास्तव, सुरेन्द्र सिंह, पवन सिंह, मुरली मनोहर श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पार्षद बंटी शाही व संचालन विजय सिंह ने की।