बक्सर खबर : महाशिवरात्रि पर शहर में शिवजी की बारात निकलती है। इसमें कोई नामी गिरामी अखाड़ा व धार्मिक संगठन नहीं शामिल होते। न किसी दल व पार्टी वाले चंदा देते हैं। बावजूद इसके वर्षो से चली आ रही परंपरा आज भी जीवंत है।
वीआइपी रहते हैं कोने में, गरीब निकालते हैं बारात
बक्सर : अपना शहर मस्त है। नगर में दो इलाके दलित बस्ती के नाम से मशहूर हैं। खलासी मुहल्ला और कोइरपुरवा। लेकिन, इन दोनों जगहों से शिवजी की बारात निकलती है। ठेला व पंचर की दुकान चलाने वाले से लेकर खोमचा वाले तक हर हर महादेव के नारे के साथ सड़क पर दिख जाते हैं। उनकी मस्ती व कलाकार भाव का स्वरुप पूरा शहर आनंद लेकर देखता है। यह वे लोग हैं, जो अपनी परंपरा के लिए शरीर पर काला रंग लपेट नाचते फिरते हैं। कई शहरों में यह परंपरा है। लेकिन, अर्थ के अभाव व युवाओं के जोश में कमी के कारण मिटती जा रही है।