बक्सर खबर : शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रशासनिक कार्रवाई प्रारंभ हो गयी है। राज्य सरकार ने इसके लिए शासन आदेश जारी किया है। जिसको देखते हुए नगर परिषद ने शहर में बनने वाली सभी जल मिनारों के लिए एनओसी दे दिया है।
बनेगी सात जल मिनारे
बक्सर : शहर से लगे 184 किलोमीटर की दूरी में पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए सात जल मिनारे बनायी जाएगी। जो स्थल चयनित हुए हैं। उसमें आइटीआई मैदान, किला मैदान, नया बाजार, बाजार समिति मोड़, खलासी मुहल्ला, सोहनी पट्टी व छोटकी सारीमपुर की पहचान हुई है।
केन्द्र, राज्य व नप को करना होगा खर्च
बक्सर : नगर में बनने वाली जल मिनारों के निर्माण और मुहल्लों तक जलापूर्ति का पाइप बिछाने में 101 करोड़ खर्च होंगे। इस राशि का पचास प्रतिशत हिस्सा केन्द्र सरकार वहन करेगी। 30 प्रतिशत राज्य सरकार व 20 प्रतिशत राशि नगर परिषद को देनी है।
चापाकल पर लगी रोक
बक्सर : नगर परिषद अपने क्षेत्र में अब चापाकल नहीं लगाएगी। नगर विकास विभाग ने इस पर पुरी तरह रोक लगा दी है। उनका कहना है कि शहरी क्षेत्र में हैंड पंप लगाने के लिए बोरिंग 180 से 250 फिट होल किया जाता है। इस लेयर पर आर्सेनिक युक्त वाटर है। हैंड पंप लगाने से लोगों को शुद्ध पेयजल भी नहीं मिल रहा और सरकारी बोझ बढ़ रहा है। इस लिए इस मद में दी जाने वाली राशि का राज्य सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया है।