बक्सर खबर : तकनीक के इस दौर में सरकार का पूरा सिस्टम आइटी सहायकों के भरोसे कार्य कर रहा है। बावजूद इसके सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। इससे आक्रोशित आइटी सहायकों ने विरोध का मन बनाया है। वेतन वृद्धि, सेवा को नियमित करने एवं अपने पद का नाम सहायक से आइटी प्रबंधक करने की बात कही है। अपनी मांगों के समर्थन में इन कर्मियों ने 12 अप्रैल से विरोध का निर्णय लिया है। अगर सरकार उनकी मांगे मान लेती है तो ठिक।
अन्यथा पहले दिन काली पट्टी बांध विरोध जताया जाएगा। इसी तरह क्रमवार सामूहिक अवकाश और बात नहीं बनी तो हड़ताल पर जाने की तैयारी है। सूत्रों की माने तो आइटी सहायक अगर हड़ताल पर गए तो इससे आरटीपीएस काउंटर, सेवा का अधिकार, राशन कार्ड निर्माण, चुनाव संबधित कार्य, इमेल सिस्टम, सरकारी वेबसाइट पर सूचना अपलोड करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य बाधित होंगे। इन कर्मियों का तर्क है कि उद्योग विभाग में जो आइटी सहायक नियुक्त हुए हैं। उनके पद का नाम तकनीकि पदाधिकारी कर दिया गया है। हमारे साथ यह व्यवहार क्यूं। वर्ष 2011 से ही आइटी कर्मी अपनी मांगों के लिए आवाज उठा रहे हैं। इस बार हमारा संघर्ष निर्णायक होगा।