बक्सर खबर : साइबर क्राइम के तहत ठगी करने अपराधी यह नहीं जानते। उनका शिकार कौन है। वे तो बस ठगने की जुगत में रहते हैं। इस बार दिल्ली के ठगों का शिकार जिले के जज का परिवार हुआ है। सूचना के अनुसार जिला जज प्रथम की पुत्री ने पिछले दिनों आनलाइन खरीदारी की। ठगों ने उनके खाते से 32 हजार रुपये से अधिक की निकासी कर ली। लेकिन, तय सामान की आपूर्ति नहीं की।
परेशान जज ने इसकी प्राथमिकी मंगलवार को नगर थाने में दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है। दिल्ली की कंपनी ने उनकी बेटी के खाते से 32 हजार रुपये लेने के बाद भी सामान की आपूर्ति नहीं की। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर उनके द्वारा बताए गए पते व नंबर के आधार पर ठगों की तलाश शुरु कर दी। इसे कहते हैं उंट का पहाड़ का नीचे आना। आम लोगों को ठगने वाले अपराधी इस बार बुरे फंसे हैं।
Sir ek jagah 32 hajar or ek jagah 32 lakh. Dono me kon sahi Hai..