बक्सर खबर : सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें राज्य सरकार जल्द लागू करे। हमें एक जनवरी दो हजार सोलह से इसका लाभ मिलना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर कर्मचारियों ने गुरुवार को जिला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले जुटे कर्मचारी राज्य व केन्द्र दोनों सरकार के खिलाफ भड़के हुए थे। एक ने लागू किया तो बढ़ोत्तरी कम कर दी। दूसरे ने लागू ही नहीं। नौ सूत्री मांगों की सूची लिए कर्मचारी एक साथ सभी के लिए आवाज उठाते दिखे। चाहे वह दैनिक वेतन कर्मी हो या संविदा कर्मी। किसी को अट्ठारह हजार से कम वेतन नहीं मिलना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत महिलाओं को पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला। दिवाली सामने है, यह कहां का न्याय है। नगर भवन से समाहरणालय तक गए प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष संजय त्रिपाठी व महामंत्री अरुण कुमार ओझा कर रहे थे। विरोध प्रदर्शन में आनंद कुमार सिंह, अमरनाथ सिंह, भरत गिरी, हरेराम सिंह, सुनिता, शिवजतन राम, भगवान पाल, मुक्तेश्वर प्रसाद, शम्मि कुमार, वीरेन्द्र प्रसाद, भानु प्रसाद, न्यिानंद, राजीव नंदन, अमरेन्द्र विद्यार्थी, कन्हैया लाल, ओम शंकर चौबे, मनोज पाठक, कन्हैया सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, गीता देवी ने हिस्सा लिया।