बक्सर खबर : नया बाजार में चल रहा सीताराम विवाह महोत्सव परवान पर है। शुक्रवार को यहां फूलवारी के दृश्य का मंचन होगा। आश्रम की सूचना के अनुसार यह प्रसंग सुबह 9 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए भक्तजन दूर-दराज से यहां आते हैं। आश्रम के अनुसार इस लीला प्रसंग के कारण कथा के समय में भी परिवर्तन किया गया है। शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे से कथा होगी। अगले दिन कथा का समय पूर्ववत हो जाएगा।
सिद्ध धाम है बक्सर
बक्सर : अंतर्राष्ट्रीय भागवत कथा वाचक श्रीकृष्ण चन्द्र शास्त्री जी ने गुरुवार को कहा कि यह सिद्धाश्रम मनिषियों की तप: स्थली है। अपने आप में यह एक धाम है। पूज्य मामा जी की वजह से पूरे देश ने बक्सर के महत्व को एकबार पुन: जाना। यह सबकुछ किशोरी जी की कृपा और मामा जी की महिमा से हुआ। कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा। कई जगह लोग पूछते हैं। भगवान कृष्ण तो गोपियों के वस्त्र चुराते थे। उनकी लीला दोष पूर्ण नहीं है। संत जन इसका जवाब देते हैं। भगवान में दोष होता ही नहीं। जिस तरह गंदगी बहने से गंगा की पवित्रता प्रभावित नहीं होती। भगवान का स्वरुप तो उससे भी व्यापक है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार उस समय बाल लीला करने वाले भगवान की उम्र महज साढ़े पांच वर्ष की थी। क्या इस उम्र में कोई बालक काम से प्रभावित हो सकता है। उनकी हर लीला भक्तों के उद्धार के लिए होती है।