बक्सर खबर : इश्क के चक्कर में अक्सर युवाओं का जीवन बर्बाद हो जाता है। इसी तरह के चक्कर में फंसे सिविल लाइन मुहल्ले के सोनू चौबे को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनायी है। अपने दो दोस्त भजन सिंह व कीर्तन सिंह के साथ मिलकर सुनील चौधरी की हत्या कर दी थी। घटना 11 अगस्त 2011 को हुयी थी। मामले की सुनवायी करते हुए अपर जिला व सत्र न्यायाधीश षष्ठम उदय कुमार उपाध्याय ने दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनायी। सूत्रों ने बताया दुर्गा सिनेमा घर के पास रहने वाले एक सरदार परिवार की लड़की इसके केन्द्र में थी। उसके भाई भजन और कीर्तन को शक था कि सुनील चौधरी से उसका संबंध है। घटना के दिन शाम में यह तीनों उसे लेने घर गए। उनके साथ गया किशोर रात को वापस नहीं लौटा। अगली सुबह परिवार वालों को पता चला कि उसका शव सरस्वती शिशु मंदिर के पीछे पड़ा है। पिता हिरण चौधरी ने इसकी प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज करायी। इस बीच कम उम्र का होने के कारण भजन और कीर्तन नाबालिग करार दे दिए गए। उन्हें उस आधार पर दंड दिया गया। इस जघन्य अपराध में उनका साथ देने वाले सोनू चौबे बराबर के दोषी पाए गए। अंतत: उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो गयी। न्यायालय के आदेश पर उन्हें केन्द्रीय कारा में सजा काटने के लिए भेज दिया गया है। सूचना यह भी है कि इन वर्षो में सरदार का परिवार वहां से अपनी संपति बेच कहीं और चला गया।