बक्सर खबरः केन्द्रीय जेल में प्रशासन ने रविवार की तड़के सुबह छापा मारा। तलाशी अभियान के दौरान आठ कैदियों के पास से मोबाइल फोन बरामद किए गए। बड़ी संख्या में बरामद फोन में कई मल्टी मीडिया हैं। जिससे यह साबित होता हैं कि अब कैदी सिर्फ बात करने के लिए नहीं आधुनिक सुविधाओं का आनंद लेने के लिए फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि सुबह चार बजे पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। जिला आपूर्ति पदाधिकारी शिशीर कुमार मिश्रा व एएसपी शैशव यादव के नेतृत्व में सघन तलाशी ली गयी। कैदी अभी सो रहे थे, तभी अचानक पड़े छापे से उन्हें बचने का मौका नहीं मिला। शैशव यादव ने बताया कि चंदन सिंह(सिवान) चंदन मिश्रा, शेरू सिंह, अलोक ठाकुर, बोतल महतो, गणेश यादव, विशाल तिवारी सहित आठ कैदियों के पास से मिला। जबकि दो चार्जर और एक हेडफोन भी बरामद हुआ है। अचानक हुई छापेमारी के कारण जेल में हड़कंप सा मचा रहा। शैशव यादव ने कहा कि यह रूटीन चेकिंग था। सिजर लिस्ट बन रहा है। इन सभी पर एफआइआर होगा। छापेमारी दल में नगर थानाध्यक्ष राघव दयाल मौजूद थे।
आये दिन ऐसी घटना होती रहती है इसका मुख्य कारण तो जेलप्रशासन की अनदेखी और लचर व्यवस्था ही है न
जेल तो ऐसा होता है कि कोई परिंदा भी पर न मार सके फिर ऐसी घटना कैसे हो सकती है ?
इससे तो वो दुर्दांत कैदी कोई बड़ी घटना को भी तो देते होंगे न ?
एक बार जांच कमेटी बना कर ऐसे जेल अधिकारियों और कर्मतारियों को दंडित कर दिया जाय तो ये काम बंद हो जायेगा संभव नही होगा कि फिर दुबारा कोई ऐसी हरकत करे |
ऐसे केस मे तो वो अधिकारी भी उतने ही दोषी हैं जितने ये क़ैदी |