बक्सर खबर : जिले में लगातार चोरी की घटना को अंजाम देने वाला कच्छा-बनियान गिरोह आखिर कर हाथ लग ही गया। रविवार को नया भोजपुर ओपी के चना गांव के समिप सदाफल देव आश्रम में चोरी करने वाला गिरोह कोई और नहीं कच्छा-बनियान गिरोह ही था। ग्रामीणों के हाथ लगे चोर के बयान से यह राज खुलकर सामने आया है। गिरफ्तारी के समय उसने अपना नाम शंकर बताया था। तब उसकी लोगों ने जमकर धुनाई कर दी थी। उसे चढ्ढी में पुलिस के हवाले किया गया। तब प्रशासन ने समझा लोगों ने इसका हाल किया है। पूछताछ में पता चला वह इसी भेष में आश्रम में दाखिल हुआ था। कपड़े जाने के बाद भी उसने पुलिस को अपना नाम गलत बताया। उसके बताए पते पर जब पुलिस टीम सोमवार को जांच करने गयी तो पता चला कि उसका नमा चन्द्रशेखर है। दस साल पहले ही सोनपुर से वह अपना घर-बार बेचकर आसाम भाग गया था। वहां भी उसने एक व्यक्ति का कान काट लिया था। तब उसके खिलाफ दो लाख का जुर्माना हुआ। वहां से भी वह भाग निकला। यहां आकर बिहटा के टुनटुन सेठ की गाड़ी चलाने लगा। इनके गिरोह में कुल पांच लोग हैं। जिनमें से तीन स्वयं चन्द्रशेखर, शंकर कुमार ग्राम बिहटा, व सेठ उक्त आश्रम में दाखिल हुए थे। दोनों भागने में सफल रहे। चन्द्रशेखर पकड़ा गया। सोनपुर से यह पता चला कि यह सभी मनेर में किराया लेकर एक जगह रहते थे। पिछले साल जुलाई महिने में सोनपुर से इन लोगों ने मंदिर की मुर्ति चुरायी थी। जब पुलिस का दबाव बढ़ा तो उसे अज्ञात जगह पर फेक भाग निकले। जांच के क्रम में पटना, बिहटा, मनेर और सोनपुर पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने नाक में दम कर रखा है। पाठकों को याद होगा। अहिरौली, औद्योगिक क्षे़त्र व उससे सटे मारुती नगर में इन लोगों ने हाल फिलहाल चोरी की है।