-केन्द्र सरकार से कानून वापस लेने की मांग
बक्सर खबर। सीएए और एनआरसी के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन धरना पिछले 21 दिनों से जारी है। कवलदह पार्क में चल रहे धरने में सुबह से लेकर रात दस बजे तक लोग अनवरत भाषण दे रहे हैं। धरना देने वालों ने हम भारत के लोग का बैनर लगाया है। जिसमें राजनीतिक, सामाजिक और विभिन्न संगठनों के लोग शामिल हो रहे हैं। नए संशोधित कानून को वापस लेने की मांग हो रही है।
वक्ता इसे विध्वंशकारी कानून बता रहे हैं। पहले जो व्यवस्था थी। वह रहे, लेकिन, नए नियम न थोपे जाए। बुधवार की संध्या वेला में पूर्व वार्ड पार्षद निसार अहमद ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि एनपीआर के लिए जो नए 21 कालम बने हैं। उसमें हम कोई सूचना दर्ज नहीं करेंगे। यह सरकार सीएए की आड़ में पूरे देश को बेचने पर आमादा है। सभी सरकारी एजेंसियों को बेचा जा रहा है। रोजगार समाप्त हो रहा है। इन सबके लिए केन्द्र की सरकार जिम्मेवार है। वहीं इस धरने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका गणपति मंडल, जुनैद आलम, बबलू यादव जैसे लोगों की है। जो लगातार प्रतिदिन यहां घंटो जमे रहते हैं। ऐसा नहीं कि धरना सिर्फ नाम का चल रहा है। यहां हमेशा लोगों की उपस्थिति रहती है। वैसे लोग जो अपना आक्रोश व्यक्त करना चाहते हों। उन्हें पूरा मौका दिया जा रहा है।