-पूछा गया स्पष्टिकरण, कोविड बन सकता है राहत वाली दवा
बक्सर खबर। सदर एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्रा मंगलवार को अचानक राजपुर प्रखंड मुख्यालय पहुंच गए। उस समय दिन के 11: 45 बज रहे थे। वे सीधे प्रखंड विकास पदाधिकारी के कक्ष में पहुंचे। वहां बीडीओ भी उपस्थित नहीं थी। जांच के बाबत पूछने पर उन्होंने बताया 39 में से 22 कर्मी अनुपस्थित पाए गए।
चौबीस घंटे में सबसे जवाब मांगा गया है। अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो विधि सम्मत कार्रवाई होगी। हालांकि उनका निरीक्षण प्रखंड व अंचल के तीन घंटे तक चला। इस दौरान बीडीओ इंदुबाला सिंह वहां पहुंच गई। बीडीओ ने उन्हें अपनी सफाई दी। वहीं दूसरी तरफ पूरे कार्यालय में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
तीन घंटे तक किया अंचल कार्यालय का निरीक्षण
बक्सर खबर। अनुमंडल पदाधिकारी ने प्रखंड कार्यालय में 15 से 20 मिनट का समय दिया। वहां से सीधे अंचल कार्यालय चले आए। जहां तीन घंटे तक उन्होंने गहन समीक्षा की। एसडीओ ने बताया दाखिल खारिज किए गए अधिकतर मामलों को रजिस्टर टू में दर्ज नहीं किया गया है। जिस पर इन्होंने संबंधित सभी राजस्व कर्मियों को कड़ी फटकार लगाते हुए 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस माह के अंत तक दाखिल खारिज किए गए सभी भू स्वामियों का रजिस्टर टू में नाम दर्ज नहीं हुआ, तो सभी का निलंबन तय है। एसडीओ के मुताबिक राजपुर भू लगान वसूली में काफी पीछे है। वित्तीय वर्ष समाप्ती के कगार पर है, लेकिन लगान केवल 12 फीसदी ही वसूल की गयी है। इस पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी राजस्व कर्मचारियों को फटकार लगाया। इस जांच में उन्होंने पाया कि दाखिल खारिज का कार्य 94% निष्पादन कर दिया है। इसके उपरांत वे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी गए। वहां का कार्य उन्होंने संतोषजनक बताया।