बक्सर खबर : महेश्वर शिव जगत गुरू है। इसलिए जगत का कोई भी व्यक्ति चाहे किसी जाति, धर्म, समप्रदाय को मानने वाला हो। वह शिव को अपना गुरू बनाकर अपनी बिगड़ी मुकदर बना सकता है। उक्त बातें क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी शिव-शिष्य सतीश जी ने प्रखंड के सांथ गांव में रविवार को शिवगुरू परिचर्चा के दौरान कही। शिव को अपना गुरु बनाने के लिए हरीन्द्रानन्द जी के बताए हुए तीन सूत्रों को पालन करना है। वही अशोक केसरी ने कहा कि शिव जगत के गुरु है। हम भी इस जगत के है। हम भी शिव को गुरू माने है।
क्यों कि शिव को गुरु बनाने के लिए तीन सूत्रों का पालन करना है। जिसमें पहला सूत्र दया मांगना, दूसरा चर्चा करना तथा तीसरा शिव को प्रणाम करना है। इस परिचर्चा में आस-पास के सैकड़ों भाई- बहनों ने भाग लिया। परिचर्चा के दौरान शिव भजन का आयोजन किया गया। जिससें सभी शिव-शिष्य झूमते रहे। परिचर्चा में अशोक केसरी, शिक्षक अरूणकुमार, उपेन्द्र यादव, पप्पू मिश्रा, चन्दन सिंह, सुलक्षण देवी, संगीता देवी, विन्दू कुमारी, आरती देवी, सच्चिदानन्द केसरी, जयशंकर प्रसाद, टिंकूगुप्ता, योगिन्द्र राय आदि ने परिचर्चा किया। वही परिचर्चा में सैकड़ों भाई-बहन शिव को अपना गुरू बनाये।