बक्सर खबरः डुमरांव प्रखंड के कुशलपुर पंचायत में महरौरा गांव के ग्रामीण शनिवार को उग्र थे। ग्रामीणों के आक्रोश का कारण गांव में मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी तथा उसकी बहाली के लिए जन प्रतिनिधियों की उदासीनता थी। ग्रामीणों बताया कि गांव को पंचायत में शामिल तो कर लिया गया है लेकिन उसके बाद भी अब तक न तो गांव में अच्छी सड़के बनी है और न ही नालियों का निर्माण हुआ है। ग्रामीणों बताया कि महरौरा गांव को बिजली आपूर्ति देने वाला जर्जर तार हर समय खतरें की घंटी बजा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि इस गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।
गांव के बच्चों को पढ़ने के लिए एक प्राथमिक विद्यालय है लेकिन उसमें भी भवन का अभाव है। बरसात होने पर मजबूरी में बच्चों की छुट्टी हो जाती है। ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व में इस गांव में कई जन प्रतिनिधि आए तथा आश्वासन का मरहम लगाकर चले गए। लेकिन अबतक धरातल पर विकास की किरण दिखाई नहीं पड़ी है। ग्रामीणों जनप्रतिनिधियों के खोखले वादे पर भी गहरी नाराजगी दिखाई। आक्रोश जताने वालों में महेन्द्र राम, जगनारायण राम, संजय राम, अशोक राम, राजू राम, देवेन्द्र राम, विपीन राम, बाबूलाल राम, कौशल्या देवी, विजन्ती देवी, उर्मिला देवी, सत्येन्द्र राम, नकुल राम, अभिषेक, संटू, बलेश्वर समेत कई अन्य थे।