बक्सर खबर : अधिकारी जब कोई काम करते हैं तो खूब इतराते हैं। दूसरा कोई गलती करे तो उसे कानून का भय भी दिखाते हैं। पर वे स्वयं जब न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन करते हैं तो उसकी भनक भी नहीं लगने देना चाहते। अब बात एक दिन पहले अर्थात मंगलवार की है। डीएम रमण कुमार राजपुर और चौसा प्रखंड कार्यालय पहुंच गए। खूब चर्चा हुई। डीएम कड़क है, लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते। पर आते जाते रास्ते में क्या उन्होंने नव ग्रह नहीं देखे। जो सर्वोच्च न्यायालय और पटना उच्च न्यायालय के हालिया निर्देशों को धत्ता बता रहे हैं। जी हां आप पाठक भी जान लें। यह नौ ग्रह क्या हैं। लगभग तीन माह पहले। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिश्रवलिया और कम्हरियां गांव के बीच सुबह सड़क दुर्घटना में महिला की मौत हो गयी। गांव वालों ने सड़क जाम किया। जाम में फंसे सड़क निर्माण को जा रहे तारकोल सनी गिट्टी को सड़क पर गिरा ब्रेकर बना दिए। वह भी एक दो नहीं कुल नौ। लगभग एक किलोमीटर की दूरी में यहां नौ ब्रेकर बने हैं। वे इतने जानलेवा हैं कि आए दिन दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। न्यायालय का आदेश है। बगैर अनुमति के सड़क पर ब्रेकर नहीं होने चाहिए। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना और प्राथमिकी भी हो सकती है। हालाकि यह बातें तो कहने के लिए हैं। क्योंकि यहां का प्रशासन तो ब्रेकर तुड़वा नहीं पा रहा। उल्टे दिखावे के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह मना रहा है। सच्चाई सबके सामने है और इस सड़क पर ब्रेकर और भी हैं। जिन्हें तोड़ा जाना चाहिए साथ ही अगर जरुरी हो तो तय मानक के अनुरुप ब्रेकर बनने चाहिए।
ये जिला प्रशासन के लिये असंभव है,
ऐसी बात का जिक्र ही क्या करना ?
अविनाश जी !