बक्सर खबरः दियारांचल के साथ सौतेला व्यवहार अब बर्दाश्त नही की जायेगी। जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा के कारण अजादी 69 साल बाद भी दियारांचल के तीन दर्जन से अधिक गांव कई मामलों में 19वीं सदी में जीने को मजबुर है। दुनियां चांद पर जाने की सोच रही है। परन्तु हमारे दियारांचल में एक दर्जन से अधिक गांव को एक अदद सड़क तक नसीब नही है। स्वास्थ के क्षेत्र में आज भी पुरा क्षेत्र झोलाछाप डाक्टरों के सहारे है। यह युक्त बाते शुक्रवार को क्षेत्र चुनावी भ्रमण के दौरान सिमरी मध्य से जिपसदस्य के उम्मीद्वार चंद्रकांत यादव ने कही। यादव ने कहा कि हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधीयों द्वारा क्षेत्र में जनता की नही अपना विकास में जुटे है। जो आपके सामने प्रत्यक्ष प्रमाण है। पड़री से लेकर गंगौली बांध तक की सड़क जिसका निर्माण नही होना एवं परमानपुर के ग्रामीणों को जोड़ने वाली सड़क जो नसीब न हो सकी। क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधी के द्वारा साल 2013 में पडरी मोड़ पर महज तीन घंटे का आमरण अनशन का नाट किया जाता है। सरकार एवं प्रशासन एक माह का अल्टीमेटम दिया जाता है। परन्तु लगभग तीन साल बाद भी वही की वही दशा है। यादव ने कहा कि अगर सिमरी मध्य की जनता मुझे मौका देती तो मेरी पहली प्राथमिकता होगी। गांव-गांव में सड़क, बिजली, और स्वास्थ व्यवस्था को दुरूस्त करना साथ ही साथ पुरे दियारांचल को आर्सेनिक युक्त पानी पीने से मुक्ती दिलाना। प्रचार के दौरान सिमरी मध्य से जिप सदस्य प्रत्याशी चन्द्रकान्त यादव किजनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण ही दियरांचल का विकास अवरुद्ध हैं दस वर्षों तक वर्तमान नेता जी सदस्य रहे लेकिन उन्होने जनता गुमराह करने का ही काम किया लेकिन अब जनता सबक सिखाते हुये जबाब देगी वही यादव समर्थको ने नियजिपुर ,दूल्ल्ह्पुर ,राजापुर ,मुकुंदपुर, रामपुर मठिया प्रमानपुर ,बेनी लाल के डेरा समेत कई गाँवों मे जनसम्पर्क किया ।