पुलिस हत्या कांड में शक सुई आपराधिक गिरोह पर

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बक्सर खबर : पुलिस वालों की हत्या कर आर्म्स लूट की हुई वारदात ने पूरे सिस्टम को हिलाकर रख दिया है। बिहार और यूपी दोनों जगह की पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। इस तरह की घटना को किसने अंजाम दिया। इसका पता लगाने में पुलिस के साथ एसटीएफ और एनआइए की टीम भी जुट गयी है। शनिवार को वाराणसी से आइजी एवं फोरेंसिक टीम यहां आयी थी। रविवार को कबिन्द्र प्रताप सिंह रेल एसपी इलाहाबाद एवं लखनऊ फोरेंसिक टीम यहां पहुंची थी। वे लोग पहले पवनी कमरपुर हाल्ट पहुंचे। वहां से खाक छानने के बाद बक्सर आए। घटना के बाद से ही यहां खड़ी मुगलसराय-बक्सर पैसेंजर ट्रेन से उन लोगों ने खून के नमूने व फिंगर प्रींट आदि जमा किए। सूत्रों ने बताया कि हाल में यूपी की जेलों से जितने भी अपराधी हाल के दिनों में छुटे हैं। जिनका अपराधीक रिकार्ड रेल से जुड़ा है। उनके फिंगर प्रींट से इसका मिलान किया जा रहा है।

संतोष पासवान की फाइल फोटो
संतोष पासवान की फाइल फोटो

शक की सुई संतोष पासवान गैंग पर
बक्सर : इस मामले में बिहार पुलिस की गतिविधि कुछ खास नहीं दिख रही है। अपराधियों की गोली का शिकार हुए दोनों जवान यूपी पुलिस के थे। जिनसे इनसास राइफलें लूटी गयी हैं। घटना यूपी के इलाके में हुई है, या बिहार में। इस मामले में पुलिस उलझी है। इन बातों के बीच यह तय माना जा रहा है कि राइफल का इस्तेमाल कोई आपराधिक गिरोह ही करेगा। ट्रेन लूट करने वाले अपराधी इसका प्रयोग नहीं करेंगे। नक्सली वारदात से भी इसे जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं अपराध जगत के सूत्रों की माने तो इस घटना में जिले के फरार चल रहे अपराधी संतोष पासवान का भी हाथ हो सकता है। क्योंकि वह पिछले कुछ दिनों से गिरोह बनाने में जुटा है। उनके पास बड़े हथियार नहीं है। जबकि उसका कारनामा बड़ा है। पहली बार रेलवे स्टेशन से बोलेरो चोरी मामले में उसका नाम आया था। गिरफ्तार के बाद वह केन्द्रीय जेल से फरार हो गया। इस बीच उसने काफी समय कैमुर की पहाडिय़ों में गुजारा। वह दुबारा पकड़ा गया। पर प्रशासनिक चूक की वजह से वह जमानत पर जेल से बाहर आ गया। छूटने के कुछ दिन बाद ही उसने राजपुर के पलिया में एक युवक की हत्या कर दी। तब उसे उसकी तलाश जारी है। सूत्रों के अनुसार वह मुफस्सिल थाना के महदह गांव का रहने वाला है। हाल के दिनों में जेल से छूटे कुछ अपराधी उसका सहयोग कर रहे हैं। रेल एसपी जितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि इस विषय पर हमारा ध्यान है। हर संभावना पर जांच चल रही है।
पहले भी चुकी है ट्रेन में आर्म्स लूट की घटना
बक्सर : मुगसराय और बक्सर के बीच ट्रेन में आर्म्स लूट की घटना पहले भी हो चुकी है। वर्ष 1994 में गहमर और बारे के बीच अपराधियों ने रेल पुलिस से राइफल लूट ली थी। कुछ वर्ष बीत जाने के बाद पता चला कि इसमें जिले के ही चर्चित अपराधी महेन्द्र यादव का हाथ था। राजपुर थाना के खरीका गांव का वह रहने वाला था। कुछ वर्ष गुजर जाने के बाद पुलिस एनकाउंटर में राजपुर पुलिस ने उसे खरीका गांव में मार गिराया।

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