बक्सर खबर( 4जून): बक्सर ऐतिहासिक नगरी है। यहां का रेलवे स्टेशन जिले के लिए ही नहीं उत्तर प्रदेश के पड़ोसी जिलों के लिए भी खास है। यहां की जरुरते बहुत ज्यादा हैं। उनकी लंबी फेहरिस्त लेकर सांसद अश्विनी चौबे दो जून को रेलमंत्री सुरेश प्रभु से मिलने पहुंचे। विश्वामित्र की नगरी में स्टेशन पर उनका एक भी चित्र नहीं है। विश्वामित्र की तप: स्थली व प्रभु श्रीराम की शिक्षा भूमि बक्सर में आपका स्वागत है। ऐसा बोर्ड एवं इसके सुंदर छाया चित्र स्टेशन पर होने चाहिए। इसकी महता की चर्चा सांसद अश्विनी चौबे ने रेल मंत्री से की। अपने दो पन्ने के मांगपत्र में चौबे ने लंबी सूची उन्हें सौंपी। राजधानी, विक्रमशीला, संपूर्णक्रांति ट्रेनों का ठहराव यहां होना चाहिए। पटना से टाटा जाने वाली ट्रेन बक्सर से खुले। डुमरांव और रघुनाथपुर में आवागमन का बहुत रस है। यहांं ओवर ब्रिज का निर्माण हो। बलियां बक्सर और सासाराम को रेलवे से सीधा जोड़ा जाए। संघमित्रा व कुछ प्रमुख ट्रेनों को डुमरांव में रोका जाए। ब्रह्मेश्वर नाथ का मंदिर रघुनाथपुर स्टेशन से लगा हुआ है। यहां भी एक्सप्रेस ट्रेनों को रोका जाए। इस तरह की तमाम मांगों को सांसद ने रेल मंत्री के समक्ष रखा है। उनके पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने बक्सर को मिनी काशी कहते हुए यहां के समुचित विकास की बात कही थी। इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे बक्सर की जरुरतों को पूरा करेंं। इसकी जानकारी सांसद ने संचार माध्यम से बक्सर खबर को दी।