बक्सर खबर : अगर आप बिहार के रहने वाले हैं। तो मर्दाना और जनाना का अर्थ समक्षते होंगे। शीर्षक यह बता रहा है कि वक्त बदल गया है। हम चर्चा कर रहे हैं पंचायत चुनाव की। पचास प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है। यह सब जानते हैं। पंचायत चुनाव के बाद जिला परिषद व प्रखंड प्रमुख के पदों पर चुनाव प्रकिया का दौर भी संपन्न हो चला है। जो नतीजे सामने आए हैं। उससे पूरा जिला अवगत है। फिर भी इसकी चर्चा हम आपसे कर देना चाहते हैं। कुल ग्यारह प्रखंड में प्रमुख का चुनाव संपन्न हो गया। नौ जगह से महिला प्रतिनिधि प्रमुख बनी हैं। इसके अलावा जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर भी महिलाएं ही निर्वाचित हुई हैं। इस तरह कुल 12 मुख्य पदों में से 2 जगह पुरुष और दस जगह महिलाओं का कब्जा हुआ है। इसके अलावा उप प्रमुख के पदों पर भी अधिकांश जगह महिलाएं ही निर्वाचित हुई हैं। अर्थात राजनीति की इस जंग में जनाना अब मर्दाना से बहुत आगे निकल चुकी है। खासकर पंचायत चुनाव में तो कहना ही नहीं है। अब हम आपको यह बतां दे कि किन-किन जगह महिलाओं ने अपना कब्जा जमाया है।
जिला परिषद अध्यक्ष के पद पर राजपुर मध्य की जिला पार्षद सबिता देवी, उपाध्यक्ष पद पर राजपुर पुर्वी की लालसा देवी। बक्सर प्रखंड प्रमुख ममता देवी, उप प्रमुख विनय तिवारी। राजपुर प्रमुख रिता देवी, उप प्रमुख धनवरती देवी। चौसा प्रमुख सुनीता राय, उप प्रमुख मीरा देवी। इटाढ़ी में सोनिया देवी प्रमुख, सोनू सम्राट उप प्रमुख। डुमरांव में अनुपा देवी प्रमुख, सुबहान अंसारी उप प्रमुख। नावानगर में किरण देवी प्रमुख, कुसुम देवी उप प्रमुख। सिमरी में माधुरी कुमारी प्रमुख। चौगाई में गीता देवी प्रमुख, बनारसी उप प्रमुख। ब्रह्मपुर में हेमा देवी प्रमुख, शिवरात्री देवी उप प्रमुख। इनमें केसठ व चक्की ऐसे दो प्रखंड हैं। जहां पुरुष प्रमुख बने हैं। केसठ से उमेश और चक्की से दिनेशराम बिंद।