बक्सर खबर : टापर्स घोटाले की जांच ने जिले के फर्जी माध्यमिक विद्यालयों की कलई खोलकर रख दी है। ललीतेश्वर प्रसाद के कार्यकाल में जिले के जीन आठ विद्यालयों को मान्यता मिली है। उनकी जांच में जुटे अधिकारियों को चौकाने वाले तथ्य मिले हैं। आठ में छह विद्यालय सरकारी मानकों को पूरा नहीं करते। बावजूद इसके उन्हें कैसे मान्यता मिल गयी। वहीं दूसरी तरफ एक विद्यालय लापता हो गया है। रामेश्वर सिंह उच्च विद्यालय डुमरांव के नाम से पंजीकृत स्कूल का पता ही नहीं लग रहा है। पुलिस को इस काम में लगाया गया है। जिस नाम और पते का उल्लेख पंजीयन में हुआ है। वहां इसका पता ही नहीं लग रहा है। जिसके कारण रिपोर्ट लटकी पड़ी है। सोमवार तक जांच प्रतिवेदन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को सौंप देना है। इस वजह से अधिकारी परेशान हैं। जिन छह को गैर मानक के विरुद्ध पाया गया है। उनमें अमर नाथ उच्च विद्यालय बक्सर, महर्षी कात्यायनी उच्च विद्यालय बक्सर, नंदनलाल इंटर कालेज डाफाडिहरी, कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय नया बाजार, कामेश्वर सिंह उच्च विद्यालय डुमरांव आदि शामिल हैं। यहां हम इस बात का उल्लेख कर देना चाहते हैं। प्रशासनिक अधिकारी रिपोर्ट को गोपनिय रखे हुए हैं। जिसकी वजह से विद्यालयों के नाम की पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस वजह से दिए जा रहे नामों में त्रुटि संभव है।