बक्सर खबर : हौसले में दम हो तो मुकाम हासिल करना कोई बडी बात नहीं। मुरार थाना के ठोरी पांडेयपुर गांव में एक साधारण किसान के पुत्र ‘विकास भारद्वाज’ ने लंबी छलांग लगायी है। उसने एनडीए की परीक्षा में बारहवां स्थान लाकर जिले ही नहीं बिहार का नाम रौशन किया है। हरेराम पांडेय के पुत्र विकास भारद्वाज की सफलता पर पूरा गांव गर्व कर रहा है। इस वर्ष साढ़े तीन लाख से भी अधिक प्रतिभागियों के साथ एनडीए की परीक्षा में शामिल हुआ। जिसमें 447 प्रतिभागी सफल हुए । विवेक को परीक्षा में बारहवां स्थान प्राप्त हुआ। संभवतः पूरे बिहार में अव्वल है । अपनी सफलता पर खुश विकास ने दूरभाष पर बताया कि देश सेवा के ख्याल से वह बचपन से सैनिक एवं मिलिट्री स्कूल में पढ़ाई करने के लिए इच्छूक था ।
कैसे हुई पढ़ाई : विकास के पिता हरेराम पांडेय का कहना है कि गांव में प्राथमिक शिक्षा पूरी करनें के बाद सैनिक स्कूल नालंदा एवं इसके बाद राष्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज देहरादून में नामांकित हुआ । पढ़ाई के दौरान स्कूल में ये हमेशा प्रथम आता था। आज सफलता मिलने के बाद विकास भारद्वाज अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का श्रोत बना हुआ है ।
पिता ने बेच दिया था जमीन : अपने दो पुत्रों एवं एक बेटी की पढ़ाई के लिए जब हरेराम पांडेय को कही से पैसा की व्यवस्था नहीं हुई तो जमीन-जायदाद तक बेच दिये । तमाम सामाजिक ताना-बाना को झेलतें हुए किसान पिता एवं विकास की मॉ व आंगनबाड़ी सेविका नीलम देवी ने हार नहीं मानी जिसका परिणाम सामने है । बड़ा पुत्र विवेक भारद्वाज बी-टेक कर रहा तो बेटी जवाहर नवोदय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रही है ।
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