बक्सर खबरः सभी जमीनों का व्यवसायिक मुआवजा प्रदान करने, मुआवजा की राशि का डीटीएस नहीं काटे जाने, विस्थापित हो रहे चार सौ परिवारों को पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग को लेकर बुधवार को एनएच 84 जिला भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति बक्सर की ओर से समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन अनषन प्रारंभ किया गया। अनशन पर बैठने वाले किसान भू-धारियों में क्रमशः आरपी सिंह, काशी नाथ सिंह, रामव्यास पाण्डेय, दशरथ सिंह, त्रिवेदी मिश्रा, श्रीकांत मिश्रा, दिलीप ओझा, सरयू पाण्डेय, वेद व्यास पाण्डेय, श्री भगवान सिंह, रामभवन सिंह के नाम शामिल है। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के तानाशाही पूर्ण रवैये, असंवेदनशील एवं गैर जिम्मेदराना रवैया से खफा होकर भू-धारी किसानों द्वारा इस तरह का कदम उठाया गया है। वक्ताओं ने अपनी तीन सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मांग किया हैं, और चेतावनी भी दिया हैं कि उनकी लड़ाई तब तक चलेगी जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता। अगर शीघ्र ही सरकार द्वारा इन मांगों को नहीं माना गया तो हमारा अनशन आमरण अनशन में परिवर्तित हो जायेगा। लोगों ने जोर देते हुए कहा कि अपनी मांगे मनवांकर ही समाहरणालय से उठेंगे या यही मर जायेंगे। अनशन में उपस्थित भू-धारियों में बृजराज ओझा, सुरेश सिंह, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, बलिराम दुबे, अक्षय सिंह, जयराम राय, चंदू सिंह, रवीन्द्र वर्मा, मीरा देवी, कलावती देवी, बुधिया देवी, विमला देवी, आरती देवी, अनिल कुमार राय आदि मौजूद रहे।