बक्सर खबर : यह देश है वीर जवानों का। यह गीत आपने सूना ही होगा। अपने जिले में एक ऐसा ही परिवार है। जिसे आप कह सकते हैं। यह परिवार है वीर जवानों का। चौसा गांव के रहने वाले विदेश्वरी सिंह, कभी सेना में सूबेदार थे। आज सेवानिवृत हो गए हैं। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़ा बेटा जितेन्द्र कुमार यादव हवलदार हैं। उनकी मौजूदा तैनाती नागालैंड में है। छोटे भाई अजय यादव इंडीयन नेवी में कार्यरत हैं। वे विशाखापटनम की यूनिट में तैनात हैं। जिस पिता के दोनों पुत्र सेना में हों। उसका सीना तो स्वत: बुलंद हो जाता है। विदेंश्वरी सिंह मूल रुप से चौसा कृष्णपुरी मुहल्ले के निवासी हैं। इनकी तैनाती गोवा में थी। वहां के केन्द्रीय विद्यालय में बच्चों ने शिक्षा ली। मां-पिता ने उन्हें ऐसे संस्कार दिए कि, बेटे ही नहीं बेटियां भी सेना में चली गयी। बड़ी बेटी सीमा यादव सेना में ही सिविल इंजीनियर हैं। उनकी तैनाती गोवा में ही है। दूसरी बेटी पूजा ने तो सबको पीछे छोड़ दिया। पहले उसने बीटेक कर शिपयार्ड में इंजीनियर की नौकरी कर ली। लेकिन, जब यह देखा कि सारा परिवार वर्दी में एक साथ खड़ा होता है तो लोग उसके चर्चे करते हैं। पूजा ने वह नौकरी छोड़ी और आफिसर्स सलेक्शन की परीक्षा दी। उसका चयन हो गया। वहां से एक वर्ष के प्रशिक्षण के लिए पूजा को चेन्नई आफिसर्स अकादमी ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया। आने के बाद पहली तैनाती काश्मीर के पूछ और रजौरी में हुई। अभी फिलहाल बतौर कैप्टन बीकानेर में तैनात है। उसके पिता जी ने बताया। प्रधानमंत्री मोदी के बुलावे पर जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आए थे। गणतंत्र दिवस के समारोह में शामिल हुए। इस समय महिला टुकड़ी का नेतृत्व पूजा ने ही किया था। आज परिवार के चार सदस्य देश सेवा में हैं। इतना ही नहीं विदेश्वरी सिंह ने अपनी बड़ी बेटी की शादी इसी वर्ष की है। उनका दामाद भी सेना में लेफ्टीनेंट के पद पर है। इस परिवार की सफलता पर चौसा ही नहीं पूरे जिले को गर्व है।