बक्सर खबर : जमाना बदल रहा है। गरीब रो रहा है। न तो वह स्वयं सुरक्षित है। न उसका जायदाद। ऐसी ही मुसीबत का मारा है। शिवप्रकाश यादव पिता स्व. गंगा दयाल यादव साकिन बुधनपुरवा। जब उसे कहीं न्याय नहीं मिला तो चला आया अनशन करने। साथ में पैसढ़ वर्ष की बूढ़ी मां। सोनापती देवी अपना सबकुछ गवां चुकी हैं। पर न्याय नहीं मिला। अंतत: गुरुवार को मां और बेटा दोनों भगत सिंह चौक पहुंचे और अनशन शुरु कर दिया। इसकी सूचना उसने एसडीओ सदर को दी है। उसकी प्रतिलिपि डीएम व एसपी को भी सौंपी है। शिव प्रकाश का कहना है। उसकी अपनी खतियानी जमीन है। जिसे कुछ लोग कब्जा करना चाहते हैं। वर्ष 2007 से मैं उसके लिए लड़ रहा हूं। जरुरी कागजात हासिल करने के लिए विभागों में बार-बार चक्कर लगाता रहा। कोई सुनता नहीं। हर जगह भ्रष्टाचार से सामना होता है। हारकर मैंने यह रास्ता अख्तियार किया है। वैसे हाले अनशन यह है कि गुरुवार को पूरे दिन इनका हाल-चाल लेने मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। अब अगले दिन अनशन कारियों के साथ क्या होता है। यह तो शुक्रवार को ही पता चलेगा।