बक्सर खबरः नावानगर एमओ के मनमानी के खिलाफ जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खेल दिया है। गुरूवार को प्रखंड़ कार्यालय के मनरेगा भवन में आपातकालीन बैठक की गयी। जिसमें कुपन वितरण प्रणाली में मनमानी का आरोप एमओ प्रदीप कुमार पर लगा। एक माह पूर्व एमओ के खिलाफ नावागर पूर्वी के जिप सदस्य मुन्ना सिंह खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन साहनी से मिलकर अपनी लिखित शिकायत दर्ज करा चुके है। उसके बाद भी कोई सुधार न देखकर प्रमुख प्रतिनिधी दीलीप यादव ने 17 फरवरी को प्रखंड के लोगों की लिखित शिकायत लेकर पहुचें। बस क्या एमओ प्रदीप भड़क उठे। तु-तु मैं-मैं करने लगे।साथ ही फर्जी एफआइआर में फसाने की धमकी दे थाने पहुंच गये। मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर एमओ को समझाया कुछ देर के लिए मान गये। अगले दिन विभाग में दीलीप यादव पर कई गम्भीर आरोप गढ़ डाले। फिर क्या इनके रवैये के खिलाफ जनप्रतिनिधी भड़क उठे।
मुखिया संघ के उपाध्यक्ष विभोर कुमार द्विवेदी ने कहा कि एमओ के मनमानी का नतीजा है कि सही लोगों को राशन- किराशन नही मिल रहा है। उपर से गाली सुनने के साथ-साथ भेद-भाव के आरोप उलग रहे है। इनके पास शिकायत करने पर उल्टे ये गाली-गलौज पर उतर जाते है। अगर इनको यहां से एक सप्ताह के अंदर हटाया नही गया तो पंचायतों में खाद्य आपूर्ति बंदी कर दी जायेगी। जनप्रतिनिधी सड़क उतर विरोध करेगें। बैठक में पारित मांगों की काॅपी डीएम, एसडीएम डीएसओं को सौंप दी गयी है। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश यादव जबकि संचालन सतेन्द्र सिंह ने किया। बैठक में जिपसदस्य मुन्ना सिंह, समस्त मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच, पंच, वार्ड सदस्य मौजूद थे।