बक्सर खबर : नगर परिषद के वार्ड सदस्यों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब सबका ध्यान नगर परिषद के मुख्य पार्षद अर्थात चैयरमैन की तरफ है। राज्य सरकार द्वारा तय आरक्षण रोस्टर में इस बार मुख्य पार्षद का पद अति पिछड़ा अन्य के लिए आरक्षित है। अन्य का तात्पर्य महिला अथवा पुरुष है। अति पिछड़ा जाति के अंतर्गत आने वाले वार्ड सदस्य मुख्य पार्षद पद के लिए अपना भाग्य आजमा सकते हैं। नए मुख्य पार्षद का चुनाव कब होगा?
यह पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी सह निर्वाची अधिकारी गौतम कुमार ने बताया कि अभी तिथि निर्धारित नहीं हुई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की इसका निर्धारण करता है। हमारे यहां से सभी वार्डो के चुनाव संपन्न हो गए हैं। इसकी रिपोर्ट 23 मई को ही निर्वाचित सदस्यों के नाम के साथ भेज दी गई है।
कौन-कौन हो सकते हैं उम्मीदवार
बक्सर : मुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि भले ही तय नहीं है। लेकिन, इसके लिए जोड़-तोड़ की राजनीति शुरु हो गई है। फिलहाल दो नाम सामने आ रहे हैं। शहर के वार्ड नंबर 9 से चुनाव जितने वाले शशी गुप्ता तथा वार्ड तीन से चुनाव जीतने वाली माया देवी का नाम इस दौड़ में आगे चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है। माया देवी को मुख्य पार्षद बनाने के लिए कुछ लोग प्रयास कर सकते हैं। क्योंकि वह स्वयं अंडा बेचने का कारोबार करती हैं। यह बात चौकाने वाली है। लेकिन उनके पीछे शहर के एक बहुत ही ताकतवर व्यक्ति का हाथ बताया जा रहा है। लेकिन दूसरा पक्ष भी उन जनाब से संपर्क की जुगत में है। यहां जिन दो वार्ड सदस्यों के नाम की चर्चा हमने की है। वे अति पिछड़ा सीट से ही चुनाव जीत कर आए हैं। अब आने वाले दिनों में कुछ और उम्मीदवार सामने आते हैं। या इसी पर राजनीति होती है। यह तो आने वाला समय बताएगा।
अति पिछड़ा ये किसे कहते है।
जो उसका करीबी कहे वही करेगा। जिसके पास ज्ञान नही है।ओ क्या कर सकता है।
भरस्टाचार मिटाना है।qulification युग लाना है।
अति पिछड़ा को पिछड़ा को पढ़ाओ।लेकिन सरकार हित सेवा में।बिना qulification को नही।।
हमारा वर्ड परिसद शिक्षिक हो।
लोग फायदा में विकास को रोकते है।
यही समझना
है
थैंक्स।गुड नाईट