बक्सर खबर : यह हाल डीएम के कार्यालय का है। मंगलवार को औचक निरीक्षण में डीएम ने स्वयं देखा। कुल 48 कर्मचारी अपने कार्यालयों में उपस्थित नहीं थे। अर्थात आधा समाहरणालय लापता गंज की सैर पर। ऐसा कैसे हो गया? यह पता लगाने का प्रयास किया गया। सूचना मिली मंगलवार को डीएम केसठ जाने वाले थे। उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था। इसकी जानकारी सभी मातहतों को भी थी। इस वजह से बहुत से लोग दफ्तर नहीं पहुंचे थे। कुछ लोग अवकाश पर भी थे। लेकिन इक्का-दुक्का। अपने दफ्तर का हाल देख डीएम पर क्या गुजरी होगी। बहरहाल इन विभागों के अधिकारी, कर्मचारी से डीएम ने जवाब तलब किया है। जो कर्मी अवकाश पर थे। उनके संबंधित अधिकारी से भी डीएम ने अवकाश स्वीकृति था या नहीं का प्रमाण मांगा है।
यह हाल है समाहरणालय का। जहां डीएम नहीं रहे तो शेष लोग भी अपनी वाली करते हैं। वहीं कुछ कर्मचारियों ने अपनी सफाई में कहा कि ऐसा नहीं है। सभी लोग अनुपस्थित रहने वाले हैं। डीएम ठीक दस बजे पहुंच गए। इस लिए दस-बीस मिनट विलंब से पहुंचे कर्मचारी भी अनुपस्थित करार दिए गए। बहरहाल डीएम ने अनुपस्थित कर्मियों की सूची जारी कर 21 जुलाई तब जवाब मांगा है। अन्यथा कार्रवाई की बात भी कही गई है।
अधिकारियों का क्या होगा भाई
बक्सर : डीएम के निरीक्षण में सिर्फ कर्मचारी ही अनुपस्थित नहीं मिले। कुछ पदाधिकारी भी अनुपस्थित देखे गए। निरीक्षण नोट में डीएम ने दर्ज किया है। भू तल पर स्थित पदाधिकारियों का कार्यालय भी बंद मिला। कोई पदाधिकारी उपस्थित नहीं थे। दो कार्यालय कक्ष तो ऐसे थे। जिनमें एक भी कर्मचारी उपस्थित नहीं था। इनमें लोक सूचना कार्यालय व क्षेत्र अभियंता कार्यालय शामिल है। ऐसे विभागों का क्या होगा। उनको कैसे सीख मिलेगी। यह तो डीएम समझे।
परिवहन कार्यालय का भी हुआ निरीक्षण
बक्सर : जिला परिवहन कार्यालय का डीएम रमण कुमार ने बुधवार को निरीक्षण किया। तीन घंटे तक चले महा जांच अभियान में उन्होंने डीटीओ, एम वी आई व अन्य कर्मियों से सीधी पूछताछ की। लेकिन यहां क्या देखा और पाया गया इसकी जानकारी व सूचना अभी डीएम के स्तर से नहीं दी गई है। वैसे यह निरीक्षण पूर्व निर्धारित था। जिसकी तैयारी डीटीओ कार्यालय ने कर रखी थी।