बक्सर खबर : अब वक्त आ गया है। जब सुशासन की इस टीम से जनता सवाल पूछे। सिमरी प्रखंड के केशोपुर मार्ग का यह हाल क्यूं है। पूरी सड़क टूटी हुई। उपर से बहता नाली का पानी। कीचड़ से सनी सड़क जैसे बदबू का दरिया हो। यह हाल है उस मार्ग का। जिससे सिमरी प्रखंड के लोग जीवन की अंतिम यात्रा करते हैं। इस पथ की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेवार है। बहरी सरकार व अंधे राजनेताओं को यहां का हाल कौन बताएगा। जर्जर सड़क का कब जिर्णोद्धार होगा। दिल्ली से लेकर पटना तक में हैकड़ी हांकने वाले नेता गांव की बात आते ही चुप्पी क्यों साध लेते हैं। यह कथन है इस क्षेत्र के निवासी आलोक कुमार श्रीवास्तव का। उन्होंने बक्सर खबर को मेल भेज प्रश्न किया है। क्या कसूर है केशोपुर और मानिकपुर की ग्रामीण जनता का। सड़क क्यूं नहीं बनती। इसी गांव के निवासी नारायण मिश्रा भी बक्सर खबर से सवाल पूछते नजर आए। मैंने प्रधानमंत्री सड़क योजना के पोर्टल पर लिखा। जवाब मिला सड़क उनके अंतर्गत नहीं आती। राज्य की सरकार तो बहरी है।
इसको कौन बताए इस मार्ग की दशा कहने लायक नहीं। पूछने पर इस सवाल का जवाब देने के लिए न सांसद हैं न विधायक। ले देकर जिला परिषद के प्रतिनिधि विजय मिश्रा से सवाल किया गया। उन्होंने कहा मैं तो इस इलाके का नागरिक हूं। इस सड़क से होकर गुजरना मजबूरी है। राज्य के मुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री को भी पत्र भेजा। पर जवाब कुछ नहीं मिला। सड़क ऐसी नहीं है। जिसे जिला परिषद द्वारा बनवाया जा सके। अधिकारियों से बार-बार आग्रह किया गया। यह जवाब तो जरुर मिला। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस सड़क का निर्माण होगा। पर कब होगा, यह हमें भी समझ में नहीं आ रहा। कई वर्षो से यह समस्या यथावत है।