बक्सर खबरः सिपाही चालक भर्ती में क्वालीफाई नहीं करने वाले अभ्यर्थियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को चयन से वंचित अभ्यर्थियों ने बैठक कर बहाली प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। कहा कि यदि केन्द्रीय चयन पार्षद तथा राज्य सरकार इस पर ठोस कार्रवाई नहीं करती है। अभ्यर्थी बाध्य होकर कानून की शरण में जाएंगे। अभ्यर्थियों ने साफ कहा कि चयन में पारदर्शिता नहीं बरती गई है। नियमों को ताक पर रख बरसात के दिनों में चालक का टेस्ट करवाया गया। टेस्ट में अभ्यर्थियों को डंफर व हाइवा जैसी गाड़ियां चलवाई गई। जिसका जिक्र बहाली प्रक्रिया में नहीं किया गया था।
अभ्यर्थियों ने कहा कि फाईनल लिस्ट में सफल होने वाले अभ्यर्थियों का मेरिट लिस्ट के साथ उन्हें मिलने वाला नंबर नहीं बताया गया है। जिस कारण बहाली धांधली की बात प्रमाणिक हो रही है। अभ्यर्थियों ने पूरी बहाली प्रक्रिया की जांच कर तथा फिर से चालकों का टेस्ट कराने की मांग केन्द्रीय चयन पार्षद के अध्यक्ष केएस द्विवेदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है। बैठक में सुमित कुमार, अरबिंद कुमार द्विवेदी, निकेश कुमार सिंह, धर्मदेव कुमार, राजेन्द्र कुमार सिंह, शैलेश कुमार दूबे, वैद्यनाथ गोंड, प्रशांत कुमार, सोनू कुमार सिंह, बब्लू कुमार यादव, मो आदिल अहमद खान, रविरंजन कुमार, तारकेश्वर सिंह, संतोष यादव, अमित कुमार, विजय कुमार, कृष्णा तिवारी समेत कई अन्य थे।