बक्सर खबरः मर्यादा से हटकर जीवन जीना पाप है। शरीर के धर्म का पालन करने से ही आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है। उक्त बातें अंतरराष्ट्रीय संत लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने शुक्रवार को अनुमंडल के नावानगर अंचल के दुबौली गांव में कही। वे ग्रामीणों के विशेष अनुरोध पर दुबौली आए थे। यहां के शिवमंदिर में पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं को प्रवचन सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर आडंबर फैलाने वाले मठों तथा मंदिरों पर कब्जा जमाए है। जिनके कारण सनातन धर्म बदनाम हो रहा है। उपदेश के दौरान शरीर व आत्मा के धर्म पर विस्तार से प्रकाश डाला। मर्यादित जीवन जीने वाले ही मोक्ष को प्राप्त करते है। स्वामी जी ने कहा कि शिशु हत्या, शराब तथा मांस का सेवन करना, दुराचार व राष्ट्रद्रोह करना महापाप की श्रेणी में आता है।
ऐसे कृत्य नहीं करना चाहिए। स्वामी जी ने प्रवचन के माध्यम से ही बेटियों की रक्षा तथा नारी का सम्मान करने की सीख ग्रामीणों को दी। स्वामी जी महाराज ने कहा कि शास्त्र तथा धर्म को छोड़कर जीवन जीने वालों को शांति नहीं मिलती है। मन की शुद्धि से ही पूजा पाठ व यज्ञ का फल मिलता है। आडंबर से भगवान को नहीं पाया जा सकता है। इसके पूर्व हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने करतल ध्वनियों तथा जयकारे के साथ लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी का स्वागत किया। गौरतलब है कि अगले वर्ष दुबौली गांव में स्वामी जी यज्ञ कराने वाले है। जिसकों लेकर दुबौली सहित आस- पास के ग्रामीणों का उत्साह चरम पर है। प्रवचन आयोजक मंडल में भोजपुरी गायक विनय मिश्रा, प्रमोद दूबे, अनिल दूबे, सतत्व दूबे, रजनीश आनंद, राजनरायण यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।