बक्सर खबरः बुधवार को गीता जयंति के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह का आयोजन साफखाना रोड़ स्थित परमहंस कुटीर में किया गया। इस अवसर पर 24 घंटे का अखण्ड हरर्कितन व दीप जलाया गया। इसके अलावे गरीबों को भोजन, कपड़ा व कम्बल वितरण किया गया। इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए उडिया बाबा ने कहा कि जिस प्रकार अन्न को पकाने का प्रत्यक्ष कारण अग्नि होती है।
उसी प्रकार ज्ञान ही मनुष्य का मुक्ति का कारण है अन्य कोई अधार नही है। अज्ञानता एक रात्रि के समान है जिसमें न तो चांद होते है ना तारे। अपनी अज्ञानता व अभाष ही बुद्धिमता के मंदिर व सोपान होता है। जो जीवों पर हिंसा करता है वह आर्य नही होता है। जो सभी जीवों पर दया व अहिंसा करे वह इंसान ही आर्य कहलाता है। आयोजन समिति में डाक्टर चंद्र शेखर सिंह, गोस्वामी पुखराज भारती, डा. मनीष कुमार शशि, अनंत भारती, राजू पेंटर, डा. रामा शंकर सिंह, जवाहर प्रसाद, राकेश बाबा, मौजूद थे।