बक्सर खबर : मंगलवार का दिन, अर्थात पोल-खोल की बारी। आज हमारे साप्ताहिक कालम में पुलिस महकमें की चर्चा होगी। साक्ष्य कहें अथवा तस्वीर की जगह हिन्दी समाचार पत्र की खबर सामने है। खबर का शीर्षक और तस्वीर देख आप समझ सकते हैं। भ्रष्टाचार का क्या हाल है। कुल मिलाकर खबर यह नहीं है। एक सिपाही दस रुपये लेता है। खबर यह है जहां खुलेआम ऐसा होता है। वहां अंदर बैठक क्या खेल होता होगा। अनुमान लगाना मुश्किल है। क्योंकि भ्रष्टाचार आज देश को दीमक की तरह खा रहा है। भ्रष्टाचार से लड़ने की जिम्मेवारी सिर्फ मीडिया की नहीं। हम सबकी है। उनकी कुछ ज्यादा जो आए दिन शपथ लेते हैं कर्तव्य और निष्ठा की बात करते हैं। जिनके हाथों में संविधान ने शक्ति दी है।
कहां हावी है भ्रष्टाचार
बक्सर : पिछले दिनों प्रिट मीडिया के प्रमुख अखबार ने कुछ खबरें प्रकाशित की। यह नजारा वीर कुंवर सिंह सेतु का है। जहां से उत्तर प्रदेश की तरफ वाहन जाते हैं। पुल खराब है इस लिए वाहनों का आना-जाना बहुत कम है। अगर पुल सही स्थिति में होता तो यहां होने वाले भ्रष्टाचार का आकलन करना मुश्किल हो जाता। इसके पास में ही पुलिस कप्तान का कार्यालय है। जिसका भय यहां काम करने वालों को नहीं। अगर इतने पास में यह हाल है। तो दूर के थानों में क्या होता होगा। वीर कुंवर सिंह सेतु बंद होने की स्थिति में इन दिनों भारी वाहनों के चलने का प्रमुख मार्ग चौसा का इलाका है। वहां मुफस्सिल थाना के चौसा गोला रोड, यादव मोड एवं राजपुर के देवल पुल के पास वाहनों की भीड़ बढ़ गई है। इस पूरी स्थिति से जिले के कप्तान वाकिफ हैं। क्योंकि उन्होंने खबर छपने के बाद जांच का आश्वासन जो दिया था।