बक्सर खबर : सिमरी प्रखंड के केशोपुर गांव में एक दशक पहले ही जलशोध संस्थान की नीव रखी गई थी। गंगा के किनारे बसे 51 गांवों को इससे शुद्ध पेयजल मिलना था। सौ करोड़ की यह योजना मानो दफन हो गई। आज इसका हालचाल लेने वाला कोई नहीं है। इस तरफ सरकार का ध्यान दिलाने के लिए सिमरी पश्चिमी के जिला परिषद प्रतिनिधि विजय मिश्रा गुरुवार को सीएम का पुतला जलाएंगे।
अगले दिन शुक्रवार को जब सीएम नीतीश कुमार डुमरांव आएंगे। उनको काला झंड़ा भी दिखाया जाएगा। जिसमें सैकड़ो लोग शामिल होंगे। इनकी मांग है सिमरी प्रखंड की आबादी जो जहर पी रही है। उसे मुक्ति दिलाई जाए। इसका हवाला देते हुए विजय मिश्रा ने कहा हम सिमरी बाजार में पहले पुतला जलाएंगे।
रामनाथ कोबिद को दिया जा चुका है ज्ञापन
बक्सर : विजय मिश्रा ने बताया। 17 नवम्बर 2016 को हमने तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोबिद जी को ज्ञापन सौंपा था। जब वे मुरार में आए थे। उन्होंने सरकार को पत्र लिखा। सरकार हरकत में आई और एक माह के अंदर जवाब देने को कहा गया। लेकिन मामला पुन: ठंडे बस्ते में चला गया। इस बीच मैने उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से मिलकर ज्ञापन सौंपा। इसके तुरंत बाद विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह को भी ज्ञापन सौंपा। प्रधानमंत्री को पत्र लिखा। स्थानीय स्तर पर बीडीओ को मौके पर ले गए।
उनके द्वारा जिले की बैठक में सवाल उठाया गया। पिछले डीएम रहे रमण कुमार से मिलकर ज्ञापन दिया। सबने सिर्फ आश्वासन दिया। आखिर इस प्रखंड को कब मिलेगा स्वच्छ पेयजल। पूरा क्षेत्र आर्सेनिक युक्त पानी की वजह से बीमारी की गिरफ्त में है। राजधानी के महावीर कैंसर संस्थान, विदेश की कई टीमों ने यहां का दौरा किया। बावजूद इसके प्रशासन व सरकार पूरी तरह से इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। आखिर हम लोग अपनी समस्या को लेकर किसके पास जाए। हम तो मजबूर होकर सरकार का पुतला जलाने जा रहे हैं। अगर हमारी मांग पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम विरोध करने को बाध्य हैं।
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