बक्सर खबर। बिहार भाजपा बुद्धिजीवी मंच के उपाध्यक्ष शम्भूनाथ पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आज मंगलवार को कहा कि पुलिस अपनी नाकामी को छिपाने के लिए बक्सर सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत को मोहरा बना रही है। अर्जित के खिलाफ एफआईआर इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि 17 मार्च को नव वर्ष को लेकर दो दिन के कार्यक्रम की सूचना प्रशासन को दी गई थी। एक बच्ची को भारत माता के रूप में सजाकर 200 बाइक के साथ जुलूस नाथ नगर पहुंचा।
वहां स्वागत के बाद जुलूस आगे बढ़ गया। आगे जाने पर डीआईजी ने फोन पर अर्जित से नाथनगर में कुछ होने की बात कही। ये घटनाएं शोभायात्रा के नाथनगर से निकलने के बाद हुईं। उन्होंने कहा कि शोभा यात्रा का लाइव वीडियो आज भी अर्जित के फेसबुक पर है। 19 मार्च को अर्जित और संघ के लोगों पर मुकदमा हुआ। इसमें कहा गया कि बिना इजाजत जुलूस निकाला गया और हथियार लहराए गए।
वंदे मातरम और भारत माता की जय कहना अपराध है, तो अर्जित अपराधी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन खुद कह रहा कि जुलूस निकालने की इजाजत नहीं थी। अगर यह सच है तो वक्त रहते इसे पुलिस ने क्यों नहीं रोका। दरअसल, पुलिस ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए ही अर्जित और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है।उसका आरोप बेबुनियाद है।