बक्सर खबर। पूर्व भाजपा नेता विशेश्वर ओझा हत्या कांड के प्रमुख गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या कर दी गई है। वे सोनवरसा गांव के रहने वाले थे। भोजपुर जिले में यह हत्याकांड को लेकर पूरे दिन गहमा-गहमी रही। सूत्रों की माने तो कम किशोर की हत्या उस वक्त हुई जब वे खेत से सुबह नौ बजे के लगभग सोहनी का काम देखकर लौट रहे थे। गांव के ब्रह्मस्थान के पास पहले से कुछ लोग बैठे थे। उन्हें देखकर अचानक हमला बोल दिया। ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगी तो चारो तरफ दहशत का माहौल कायम हो गया। मौके पर ही कमलकिशोर मिश्रा की मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति घायल हुए हैं। जिनका नाम अमरनाथ मिश्रा है।
ऐसा माना जा रहा है हत्या मुकदमें को कमजोर करने के लिए की गई है। क्योंकि ओझा हत्या कांड के मुख्य अरोपी हरेश और ब्रजेश मिश्रा भी यहीं के रहने वाले हैं। हरेश को पुलिस ने कुछ माह बाद कोलकत्ता से गिरफ्तार किया था। लेकिन पचास हजार का इनामी अपराधी ब्रजेश अभी भी फरार है। हत्या की नीव विधानसभा चुनाव के दौरान ही रखी गई थी। तब यह दोनों युवक वर्तमान राजद विधायक व राजद नेता शिवानंद तिवारी के पुत्र मंटू तिवारी के नजदीकी के तौर पर देखे गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान उनकी तस्विरें सामने आई थी। एक बार फिर यह पूरा मामला चर्चा में आ गया है। सूत्रों की माने तो शुक्रवार की देर शाम तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी। लेकिन यह तय है कि हत्या में ब्रजेश और उसके भाई किशुन का नाम आएगा।