बक्सर खबर। वंदे वाणीम एजुकेशन सेंटर, नया बाजार बक्सर के प्रांगण में राष्ट्रीय संत पूज्य श्रीनारायण दास जी भक्तमाली उपाख्य श्री मामा जी की 86 वी जयंती मनाई गयी। समन्वयक दीनबंधु दास की अगुवाई में छात्र-छात्राओं कार्यक्रम आयोजित था। उपस्थित लोगों और छात्रों ने पुष्पांजलि अर्पण के साथ मामा जी के जीवन एवं रचनाओं पर परिचर्चा तथा काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं चित्र पर माल्यार्पण के साथ श्री मामा जी के प्रथम शिष्य संत श्री रामचरित दास जी (महात्मा जी) के कर कमलों द्वारा हुआ।
उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि गुरुदेव भक्ति भाव के अनुपम आदर्श रहे । वे श्री सीताराम जी के आदर्श एवं प्रेरक सेवक थे। उनका जीवन एवं समग्र साहित्य भक्त, भगवान एवं गुरु कृपा का कृपा प्रसाद और वंदनीय है। उनकी कथनी- करनी एक थी। संपूर्ण अध्यात्म जगत को अतुल साहित्य प्रदान किया जिससे भक्त समाज का सदैव कल्याण होता रहेगा। संचालन दिनेश रवि व अध्यक्षता अधिवक्ता अखिल प्रसाद ने किया। काव्य पाठ में कब ले ब हमरी खबरिया बिहारी जी.., जइसे बार-बार हरि के निहरती ए सखी .., कौन हूं क्या कर रहा हूँ यह न होता ज्ञान…., जो बनाओ सो बन जायेगे…….इत्यादि का वाचन हुआ । कार्यक्रम को शिक्षक रामबिहारी सिंह, कवि नंद बिहारी, समाजसेवी अशोक केसरी, नमोनारायण उपाध्याय ने संबोधित किया । इस अवसर पर अमरनाथ चंचल, नीतीश सिंह, अमित, मनोज, राकेश, विवेक, अभिषेक, ऋषिकेश, मोनू, अरुण, गौतम, रौनक, पूजा, अंबिका श्रीजी, अनु, सौम्या, प्रीति, नैना, श्रेया, श्वेता, मनीषा, फुल कुमारी ,पल्लवी ,तनु आकांक्षा ,नंदिनी श्रुति ,निधि, सुमन ,प्रियंका खुशी, सिंपल ,सपना ,काजल ,प्रीति समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक दीनबंधु दास ने किया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम सानंद संपन्न हुआ।