बक्सर खबर। सिमरी की प्रखंड प्रमुख प्रियंका पाठक के पति नीरज पाठक के खिलाफ वहां के बीडीओ ने अनुसूचित जाति, जन जाति अत्याचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया है। नौ तारीख को बीडीओ सुनील गौतम ने इसकी लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई। उनका आरोप है कि प्रमुख के प्रतिनिधि बन वे सरकारी काम में दखल दे रहे थे। साथ ही मेरे साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया और गलत व्यवहार किया। हालाकि यह घटना तीन दिन पहले अर्थात छह अक्टूबर की है। इस संबंध में पूछने पर नीरज पाठक ने कहा यह मनगढंत आरोप है। अगर तीन दिन पहले ऐसा हुआ था तो उसी दिन शिकायत करनी थी। प्रखंड कार्यालय और थाना परिसर दोनों का परिसर सटा हुआ है। वहां तक जाने में उनको तीन दिन क्यू लगे।
वहीं दूसरी तरफ प्रमुख प्रियंका पाठक ने बताया बीडीओ मेरे साथ गलत व्यवहार करते थे। गलत नजरों से मेरी तरफ देखते थे। मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने कहा मैं आपके पति को फंसा दूंगा। जब मैं इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। मैने इसकी सूचना एसपी को दी। उन्होंने कहा मैं थानाध्यक्ष से बात करता हूं। लेकिन, बावजूद इसके मेरा मुकदमा नहीं लिया जा रहा है। पुलिस के विरोध में आधी रात तक प्रमुख थाने में डटी रहीं। इस घटना के बाद पुलिस की निष्पक्षता पर भी सवाल उठ रहे हैं। अगर तीन दिन बाद बीडीओ की शिकायत दर्ज हुई तो प्रमुख की शिकायत क्यूं दर्ज नहीं हुई। क्या जिले की पुलिस सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं कर रही।