भगवान और संत से स्वार्थ नहीं परमार्थ की करें कामना : इन्द्रलेश जी
बक्सर खबर। लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के दौरान मंगलवार को राष्ट्रोत्थान चिंतन शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं चिंतक इन्द्रलेश जी शामिल हुए। उनकी अध्यक्षता में चिंतन शिविर प्रारंभ हुआ। उन्होंने अपने स्वयं के संबोधन में कहा। हमें समाज के भले के परमार्थ की सोच रखनी चाहिए। अगर आप यहां यज्ञ भगवान एवं संत के दर्शन के लिए पधारे हैं तो उनसे खूब मांगे। लेकिन स्वार्थ के लिए परमार्थ की भावना रखकर। अगर भगवान से यह कहें कि मुझे दस बेटियों की शादी की शक्ति दें। तो उसमें आपकी भी दो बेटियों की शादी हो जाएगी। ऐसी भावना रखनी चाहिए। इसके साथ ही राष्ट्र एवं बेटी की रक्षा का संकल्प मन में होना नितांत जरुरी है। तभी देश का समुचित विकास होगा।
वहीं समापन में पूज्य जीयर स्वामी जी ने कहा राष्ट्र सिर्फ व्यक्ति से नहीं बनाता। हमारी सोच व्यापक होनी चाहिए। पशु-पक्षी, जीव-जगत सबके परमार्थ की भावना रखने पर राष्ट्र का समूचित विकास होगा। कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा भारत विश्व गुरु बनेगा। इसके लिए हम सभी को एक होना होगा। हम कई राज्यों व प्रांतो में बेटे हैं। बावजूद इसके एक हैं। कार्यक्रम में मौजूद बलियां सांसद भरत सिंह व औरंगा बाद के साथ सुशील सिंह ने राम मंदिर बनाए जाने की बात कही।
इस दौरान सासाराम के सांसद छेदी पासवान, सदर विधायक संजय तिवारी, पटना से विधायक संजीव चौरसिया, पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया, राजेश्वर राज, भाई दिनेश, परशुराम चतुर्वेदी, प्रदीप दुबे, विश्वनाथ राम, सत्येन्द्र ओझा, राजेश सिन्हा, अखिलेश सिंह लोजपा, कतवारु सिंह, हीरालाल ओझा पूर्व आइपीएस, सत्येन्द्र कुंवर, प्रदीप राय, विजय मिश्रा, रामबचन केशरी, हाकिम प्रसाद, पद्मप्रिय जी, रंगनाथ जी, राजीव मिश्रा, कौशलेश आदि अनेक लोग उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन संतोष तिवारी व मुन्ना पांडेय ने संयुक्त रुप से किया।