बक्सर खबर। डुमरांव नगर परिषद के मुख्य तथा उपमुख्य पार्षद पर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरूवार को ध्वनि मत से पारित हुआ। हालांकि चेयरमैन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में एक क्रास वोटिंग भी हुई। लेकिन उपस्थित 15 में से 14 के उनके विरूद्ध मतदान किया। वहीं उप मुख्य पार्षद के खिलाफ 15 लोगों ने मतदान किया। इस तरह दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुए मतविभाजन में कुल 24 में से 15 वार्ड के पार्षदों ने ही हिस्सा लिया। निवर्तमान मुख्य पार्षदा विभा मिश्रा अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा बहस के बाद मैदान छोड़ हट गई। जबकि उनके समर्थन में एक भी पार्षद नहीं थे।
मतविभाजन की प्रक्रिया में आठ पार्षद शामिल नहीं हुए जिससे अविश्वास प्रस्ताव एकतरफा हो गया तथा एक स्वर में पारित भी हो गया। मतविभाजन एसडीएम हरेन्द्र राम, एसडीपीओ केके सिंह व नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार के देखरेख में संपन्न हुआ। जबकि बतौर दंडाधिकारी सीओ विजय कुमार सिंह तथा बड़ी संख्या में पुलिस के जवान वहां मौजूद रहे। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली व वार्ड 21 की पार्षदा भागमनी देवी ने बताया कि वर्तमान बोर्ड के कार्यशैली, विकास में भेदभाव तथा भ्रष्टाचार से आम जनता के साथ ही पार्षदों में भी गहरा असंतोष था। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पार्षदों द्वारा किया गया मतदान इस बात का प्रमाण है।
इन पार्षदों ने मतविभाजन में लिया हिस्सा
वैसे तो डुमरांव में कुल 26 वार्ड है लेकिन चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के मतविभाजन में सिर्फ 15 पार्षदों ने ही हिस्सा लिया। आठ पार्षद मतविभाजन में शामिल नहीं हुए जबकि वार्ड दो की पार्षदा शारदा देवी का निधन होने तथा वार्ड 13 की पार्षद गुलफसा बानों को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अयोग्य ठहरा दिये जाने से सिर्फ 24 वार्ड के पार्षद ही शेष बचे है। इनमें मतविभाजन में वार्ड 1 की पार्षदा इन्द्रासनी देवी, वार्ड 3 के पार्षद ब्रजेश पासवान, वार्ड 4 के पार्षद रामाशंकर राय, वार्ड 6 की पार्षदा आशा देवी, वार्ड सात के अख्तर हुसैन, वार्ड 8 के अरबिंद शर्मा, वार्ड 9 की कुसुम देवी, वार्ड 10 की अफसाना खातून, वार्ड 11 के छोटक शर्मा, वार्ड 14 की शिवकुमारी देवी, वार्ड 17 की खोदेजा खातून, 19 की मंजू देवी, 21 की भागमनी देवी, 23 की कमला देवी तथा वार्ड 26 के पार्षद प्रमोद राय ने हिस्सा लिया। जबकि वार्ड 5, 12, 16, 18, 20, 22, 24 तथा वार्ड 25 के पार्षदों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।