बक्सर खबर। पुलिस कप्तान उपेन्द्रनाथ वर्मा आज सड़क पर उतर गए। वाहन से उतरे और ज्योति चौक पर जाकर खड़े हो गए। दोपहर का वक्त था। कप्तान सड़क पर धूप में बीच सड़क पर खड़े हुए तो पूरा महकमा दौड़ पड़ा। पुलिस वालों के फोन बजने लगे। साहब स्वयं वाहनों की जांच करा रहे हैं। बस क्या था, हर चौक चौराहे पर ड्यूटी बजाने वाले तन कर खड़े हो गए। उनके शरीर पर मौजूद वर्दी भी खुश नजर आई। उसको भी लगा किसी पुलिस वाले के शरीर पर सजी है। अन्यथा चौक-चौराहे वाले तो कुर्सी तोड़ते नजर आते हैं। उनके बोझ से खाकी का रुतबा भी धूमिल होता जा रहा है।
बहरहाल कप्तान ने स्वयं वाहनों की जांच करानी शुरू की। इस दौरान किसी वाहन से कुछ आपत्ती जनक सामान तो नहीं मिला। वहां से गुजर रहे मुखिया जी का वाहन जरुर इस जांच के झाम में फंस गया। गाड़ी में एक असलहला भी था। पूछने पर पता चला वे राजपुर इलाके के हैं। पहले मुखिया थे। राइफल लाइसेंसी है। उन्होंने तुरंत लाइसेंस प्रस्तुत किया। सूत्रों ने बताया पहले से वाहन जांच चल रही थी। बाइक की जांच हो रही थी। कार वालों को जाने दिया जा रहा था। जब कप्तान पहुंचे तो उन्होंने तुरंत कोतवाल को तलब किया। वे पहुंचे और सलाम ठोका। कप्तान कहा सभी वाहनों की जांच होनी चाहिए। चाहे वह कोई भी हो। उनकी मौजूदगी में कई काले शीशे वाले वाहन वहां से गुजरे। जिनपर जुर्माना ठोका गया। साथ ही उन्हें चेतावनी दे छोड़ा गया।