बक्सर खबर। अयोध्या में उस स्थान पर राम मंदिर बनेगा। जिसको लेकर विवाद चल रहा था। आज शनिवार को सर्वोच्च न्यायालय ने यह फैसला दिया कि वह जमीन रामलला न्यास की है। फैसला आने के बाद सभी ने इसका स्वागत किया है। कुल ग्यारह बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड व निर्मोही अखाड़े के दावे को नकार दिया गया। विवादित भूमि राम जन्मभूमि न्यास बोर्ड को सौंपी गई।
तीन माह में ट्रस्ट बनाकर उसकी देखरेख में राम मंदिर निर्माण का आदेश दिया। फैसला धार्मिक नहीं खुदाई के दौरान मिले अवशेष और प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर लिया गया। पांच एकड़ जमीन अयोध्या में कहीं मस्जीद निर्माण के लिए देने का आदेश राज्य व केन्द्र सरकार को दिया। इस फैसले का सभी ने स्वागत किया है।