बक्सर खबर। जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह बुधवार को अचानक राजपुर पहुंचे। वहां पहुंचने से पहले वे चौसा प्रखंड का जायजा लेते गए। वहां क्या हुआ इसकी जानकारी तो प्राप्त नहीं हुई। लेकिन, अपराह्न 11 बजे तक वे राजपुर प्रखंड मुख्यालय पहुंच गए। अचानक पहुंचने की सूचना मिलते ही कर्मियों में हड़कंप मच गया। सभी अपने-अपने कार्यालय की तरफ दौड़ने लगे। लेकिन कोई पंचायत सचिव वहां मौजूद नहीं थे। इसके अलावा बगैर सूचना के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी रविंद्र कुमार यादव, श्रम प्रवर्तन अधिकारी अखिलेश कुमार सिंह, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी धनंजय कुमार अनुपस्थित मिले। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इन सभी से स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिर वे नल-जल योजना का हाल लेने गांवों में गए।
इसी क्रम में कोनौली मध्य विद्यालय में जाकर शिक्षा व्यवस्था का हाल का जायजा लिया। मध्यान भोजन की गुणवत्ता परखी। इस विद्यालय से प्रधानाध्यापक शंकरपति ओझा, शिक्षिका मीरा कुमारी, कुमारी प्रियंका सिंह अनुपस्थित मिंलीं। जिलाधिकारी ने खीरी पंचायत के वार्ड नंबर 10, 11 और 12 एवं रसेन पंचायत के वार्ड नंबर 4, 5 और एक का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान कार्य पूर्ण नहीं हुआ था। जिसको लेकर इन्होंने सख्त हिदायत दिया कि एक सप्ताह के अंदर यह सभी काम पूर्ण हो जाना चाहिए अन्यथा अगली बार आने पर संबंधित पंचायत के मुखिया, वार्ड प्रबंधन समिति, कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एसडीओ कृष्णकांत उपाध्याय, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी श्याम बिहारी प्रसाद सहित अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे ।