-विकास योजना में गड़बड़ी करने वाले हो जाएं सावधान
बक्सर खबर। जिलाधिकारी अमन समीर ने नई पहल शुरू की है। एक माह के दौरान वे ग्यारह पंचायतों की स्वयं जांच करेंगे। किस प्रखंड की कौन सी पंचायत होगी। वे स्वयं ही तय करेंगे। वहां चल रही विकास योजनाओं जैसे नल-जल, शौचालय, जल जीवन हरियाली और मनरेगा अथवा अन्य योजनाओं का हाल वह स्वयं जानेंगे। यह जानकारी उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के दौरान शनिवार को दी। डीएम की इस पहल से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। क्योंकि इस जिले का हाल बहुत बेहतर नहीं है। यहां पुरानी ईट सोलिंग पर नई ढ़लाई, छह इंच की जगह दो से तीन इंच का खेल बहुत पुराना है। जब तक कोई शिकायत नहीं करता। अनियमितता समाने नहीं आती।
क्योंकि उसकी निगरानी के लिए बहाल पदाधिकारी उसमें शामिल होते हैं। अगर ऐसा नहीं होता। तो कई योजनाओं में धांधली के आरोप के बाद उनसे राशि वसूली का आदेश जारी नहीं होता। लेकिन, हैरान करने वाली बात यह है कि जब तक शिकायत नहीं होती। अधिकारी उसे सही ठहराते हैं। क्योंकि भ्रष्टाचार में मुखिया और अन्य पदाधिकारी शामिल होते हैं। ऐसे में अगर डीएम ने स्वयं जांच शुरू की तो बहुत से लोग बेनकाब होंगे। चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना हो या शौचालय में कमीशन मांगने वाले आवास सहायक। सभी को अपनी आदत सुधार लेनी होगी। अन्यथा अगर ग्रामीणों ने डीएम से इसकी शिकायत की तो लेने के देने पड़ जाएंगे।