बक्सर खबर। समस्या छोटी नहीं है। क्योंकि पूरे विश्व में महामारी फैल चुकी है। अपने प्रदेश के कई जिले इससे प्रभावित हैं। लोग घरों में बंद हैं। सभी को डर सता रहा है। सरकार और स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसे वक्त में बच्चे भी बड़ों को मात दे रहे हैं। इस तस्वीर में दिख रहा किशोर हरिओम छठवी कक्षा का छात्र है। संयोग देखिए। एक दिन पहले जब उसका जन्मदिन आया तो चारो तरफ की खबरें सुन उसने घर वालों से कहा। मेरे जन्मदिन पर पार्टी नहीं होगी। मैं कुछ रुपये दान करना चाहता हूं।
घर वालों को आश्चर्य हुआ। अरे तुम्हारे पास रुपये कहां से आए। दान करोगे। पिता ने यह सवाल उससे पूछा। लेकिन, उसकी मां हंसने लगी। उसने बताया यह गुल्लक में रुपये जमा करता है। बेटे की इच्छा देख पिता अनुराग उसे लेकर शहर के समाजसेवी रामजी सिंह के पास पहुंचे। जो पिछले कुछ दिनों से गरीब लोगों के मध्य राशन का वितरण कर रहे हैं। बच्चे ने अपना गुल्लक उन्हें थमाया। युवा शक्ति टीम के सदस्य राजेश राष्ट्रवादी ने बताया गुल्लक टूटा तो उससे 10 हजार 377 रुपये निकले। रकम देख हमें लगा, यह दस लाख से भी अधिक हैं। जब देश के बच्चे भी संस्कारों की वजह से ऐसी भावना रखते हैं।