-पहले व्हाट्सएप पर करा रहे थे योगदान, अब लिखवा रहे हैं आवेदन
बक्सर खबर। शिक्षा विभाग भी अजब-गजब कारनामे करता है। 4 मई से पहले जब हड़ताल नहीं टूटी थी। शिक्षकों से आग्रह किया जा रहा था। व्हाट्सएप पर योगदान कर लें। जब हड़ताल टूट गई तो सबको जिला केन्द्र नहीं आने की स्थिति में प्रखंड शिक्षा कार्यालय पहुंचने का आदेश दिया गया। विभाग तो जैसे भूल ही गया। लॉकडाउन है। जो पहुंचे, उनको लाइन में खड़ा कर दिया गया।
आवेदन लिखिए, साइन करें। अब आपा-धापी तो होनी ही है। लग गई लाइन, टूट गई सामाजिक दूरी की बंदीश। इटाढ़ी प्रखंड कार्यालय पर तो फार्म भरवाया जा रहा था। शिक्षक घंटो परेशान रहे, और धक्के खाते रहे। पता नहीं जिले में कितने शिक्षकों ने आज मंगलवार को योगदान किया। लेकिन, विभाग ने जो निर्देश जारी किया है। उससे समस्या पैदा हो गई है। विभाग चाहे जो करे, लेकिन ऐसी स्थिति न पैदा करे। जिससे इस महामारी के दौर में बीमारी उपहार में मिल जाए।