-लॉकडाउन में बैंकों का नहीं जा रहा ध्यान
बक्सर खबर। अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में किसान खेती कार्य का समहुत कर खरीफ फसल की तैयारी में लग जाते है। रोहिणी नक्षत्र में धान का बिचड़ा डालने की तैयारी चल रही है। 24 मई से नर्सरी डालने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाता है। ऐसे में किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ समय से मिल जय तो, खेती की शुरूआत करने में काफी सहायक होगा।
केंद्र सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों को बगैर किसी शर्त के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का काम फिलहाल अधर में लटक गया है। उदाहरण के तौर पर हम राजपुर प्रखंड को लेते हैं। जनवरी माह में घोषणा के बाद लगभग तीन हजार आवेदन जमा हुए। मार्च के पहले सप्ताह तक दिए गए आवेदन पर कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा जांच कराकर अग्रसारित करते हुए संबंधित बैंकों के पास भेज दिया गया। परंतु अभी तक किसी भी किसान का केसीसी नहीं बन पाया है।
क्या कहते बीएओ
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरूण प्रसाद ने बताया कि लगभग तीन हजार आवेदन बैंकों को भेजा गया है। लेकिन अभी तक किसका हुआ यह जानकारी बैंक द्वारा विभाग को नहीं दी गई है। फिलहाल लॉक डाउन के कारण आवेदन लेने की प्रक्रिया बंद है।
हुआ है काफी नुकसान, खेती करने सहायक होगा केसीसी
बक्सर खबर। किसानों की माने तो इस बार खेती में उन्हें काफी नुकसान हुआ है। असमय बारिश से इस बार किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ी। दोनों फसल खरीफ और रबी का उत्पादन चौपट रहा। ऐसे में समय से किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिल जाता है। तो हमें खेती करने में काफी सहायता मिलती। भरखरा गांव के किसान ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, प्रगतिशील किसान मदन उपाध्याय कटरिया गांव के किसान सुजीत कुमार चौबे, प्रगतिशील किसान मिथिलेश पासवान आदि किसानों ने अपनी मांग जिलाधिकारी से रखते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में जहां देश के किसान अपनी जान की परवाह किए बगैर नफा- नुकसान को भी ताक पर रखकर अनाज पैदा कर रहे हैं। ऐसे में किसानों की मांग पर प्रशासन और बैंकों को ध्यान देना चाहिए।