-जिला प्रशासन ने समस्या से निपटने के लिए की चर्चा
बक्सर खबर। सूर्य का तापमान लोगों को विचलित कर रहा है। गर्मी इतनी पड़ रही है कि सभी परेशान हैं। इससे बचने के लिए सभी को चिकित्सकीय परामर्श दिए जा रहे हैं। आज बुधवार को जिला प्रशासन ने इस बारे में आवश्यक चर्चा की। साथ ही डीएम अमन समीर ने सभी पदाधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के साथ इस विषय पर चर्चा की। जिन बातों पर चर्चा हुई उसमें लू से बचने के चिकित्सकीय परामर्श सबसे महत्वपूर्ण हैं। जैसे – जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें। जितनी बार हो सके पानी पीए। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। जब भी बाहर धूप में जायें यथा संभव हल्के रंग के, ढीले वाले एवं सूती कपड़े पहने। धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें। तौलिया/गमछा सिर पर रखे और चेहरा पोछकर चलें। हमेशा जूता या चप्पल पहनें। जब भी घर से बाहर निकलते हो भरपेट भोजन करके निकलें।
अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें। वैसा भोजन करें जो पचने में आसान हो। अधिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल जैसे- तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा आदि का अधिकाधिक सेवन करें। ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन जैसे- मांस, अंडा व सूखे मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते है, सेवन न करें। घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नीबू पानी, आम का पन्ना इत्यादि का नियमित सेवन करें। अपने दैनिक भोजन में कच्चा प्याज, सतू, पुदीना, सौफ तथा खस को शामिल करें। चाय, कॉफी जैसे गर्म पेय तथा जर्दा तम्बाकू आदि मादक पदार्थों का सेवन न करें। बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़े। जानवरों को छाया में रखें एवं उन्हें भी खुब पानी पीने को दें। रात में घर में ताजी और ठंढ़ी हवा आने की व्यवस्था रखें। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान में परिवर्तन के बारे में विभिन्न विश्वसनीय सूत्रों से लगातार जानकारियां लेते रहें। अगर तबीयत ठीक न लगे याचक्कर आये तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
लू लगने पर क्या करें –
बक्सर खबर। लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें। अगर शरीर पर तंग कपड़े हो तो उन्हें ढ़ीला कर दें, अथवा हटा दें। ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछे या ठंडे पानी से नहलायें। शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें। गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें। व्यक्ति को ओ0आर0एस0/ नीबू पानी/ नमक चीनी का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दें, जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके। यदि व्यक्ति पानी की उल्टियां करे या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने न दें। लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाए।