तय मूल्य से अधिक लेते हैं दाम, नहीं देते खरीददार को पर्ची
बक्सर खब। टीड्डी के प्रकोप से किसान परेशान है। कृषक अपने बिचड़े को कीटों से बचाने के लिए स्थानीय दवा दुकानदारों के पास पहुंच रहे हैं। ऐसे में दुकानदार भी मौके का फायदा उठाने में पीछे नहीं है। एक किसान ने हमे बताया कि टीड्डी के बढते प्रकोप रोकने लिए दवा लेने सगरांव बाजार में गया था ।
दुकानदार ने मुझे दवा तो दिया लेकिन जो दवा नब्बे रूपये की मिलती थी । वह 140 रूपये का दिया। साथ में अन्य दो-तीन दवाइयां और चिपका दिया। कोमोवेश यही हाल तियरा भलुहां राजपुर सहित अन्य दुकानदारों का भी है। खरीदारी के बाद ये दुकानदार बिल भी नहीं देते है। इस तरह से भोले भाले किसानों को कीटनाशक दवा के नाम पर दुकानदार लुट रहे हैं। इन ग्रामीण दुकानदारों पर ना तो प्रशासन की नजर है, न ही कृषि विभाग की।
हूजूर आपकी भी कम ही नज़र पडती है।